पूजा देव
सहायक प्राध्यापक (शिक्षा विभाग )
कलिंगा यूनिवर्सिटी नया रायपुर
Pooja.dev@kalingaunivversity.ac in
“नारी कही अबला तो कही सबल है नारी पर हर जगह दयनीय दशा है तुम्हारी ॥”
[11:34 am, 3/6/2024] Pallavi Singh: नारी कहीं अबला तो कहीं सबल है नारी पर हर जगह दयनीय दशा है तुम्हारी ॥”
नारी एक ऐसा पात्र जिसकी हर जगह पर दयनीय दशा है तुम्हारी स्थान बहुत ही महत्वपूर्ण है। नारी जिसमे सूजन और नए जीवन को साकार करने की क्षमता है। अर्थात नारी शक्ति का स्वरुप है जिससे मनुष्य जीवन के आधार की नीव है। लेकिन उसी नारी को दुनिया में असहाय और अबला समझा जाता है। जहा नारी की क्षमताओं को अनदेखा किया जाता है। यदि उस नारी को इस दुनिया से हटा दे तो शायद यह पृथ्वी इतनी खुशनुमा नहीं होती शायद ये जितनी है कई बढ़ कर है, उसी नारी के महत्व को मैथलीशरण गुप्त जी ने दो पक्तियों में व्यक्त किया है:-
“अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी ।
आंचल में है दूध और आँखों में पानी ॥
नारी हर क्षेत्र में अपने साहस और सूझ-बुझ का परिचय देते आई है। नारी ने हमेशा अपने आप को साबित किया है की अब वो निर्बल नहीं है हर परिस्तिथि में अपने साहस से वह लड़ सकती है। नारी वर्ग अब कमजोर नहीं रह गई है। वह शिक्षा की ओर अग्रसर है। स्त्री अपनी संस्कृति और सभ्यता के साथ आधुनिकता को साथ लेकर कामयाबी की ओर बढ़ रही है पहले स्त्रियों केवल घर संभालती थी पर अब स्त्रिया देश व समाज के हर क्षेत्र में बढ़ चढ़ के कार्य कर रही है। नारी ने न केवल अपने आप को साबित किया है बल्कि वह प्रेरणा स्त्रोत भी बनी है। आज के समय में स्त्री आत्मनिर्भर है और वह
[11:34 am, 3/6/2024] Pallavi Singh: अपना निर्णय स्वयं लेती है स्त्रिया पुरुषों से कंधे से कन्धा मिला कर हर क्षेत्र में कार्य कर रही है। पहले नारी की स्तिथि दयनीय थी समाज में कई प्रकार की कुरीतियों का सामना करना पड़ता था लेकिन अब नारी अपने ऊपर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ आवाज़ उठाना जानती है एक नारी में अपार सहनशक्ति होती है समय के अनुरूप वह अपने आप को ढाल लेती है पहले महिलाएं अशिक्षित होने के कारण विवश और सहमी हुई रहती थी लेकिन आज हालातो में परवर्तन आ गये है अब महिलाओं को बोझ नहीं समझा जाता बल्कि अब वह एक प्रभावशाली शक्ति के रूप में उभर रही है। आज की नारी शिक्षित है कुप्रथाओं से बाहर निकल चुकी है। अब वह हर क्षेत्रमे अपने परिवार और देश का नाम रोशन कर रही है और अपने अस्तित्व को एक नया पहचान दे रही नारी ।